सोमवार, 10 सितंबर 2018

हिंदी - अंग्रेजी - राजभाषा

देश में भाषा की सुगबुगाहट तेज होने लगी है। 14 सितंबर कुछ दिनों के बाद है। इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।  हर तरफ हिंदी की सुगबुगाहट लेख, कविता, चर्चाओं के माध्यम से तथा भांति - भांति के विचार प्रस्तुत किए जा रहे हैं। हिंदी दिवस विषयक कुछ मुद्दे निम्नलिखित हैं : -
1. भारतीय संविधान के अनुसार 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में आयोजित करना चाहिए या राजभाषा दिवस के रूप में ?
2. यदि 14 सितंबर हिंदी दिवस है तो राजभाषा दिवस कब है ?
3. सरकारी कार्यालयों, बैंकों, उपक्रमों के कितने ग्राहक राजभाषा के बारे में जानते हैं ? क्या कभी किसी स्तर पर संस्था विशेष या उद्योग विशेष द्वारा सर्वेक्षण, शोध, जानकारियां आदि संपन्न किया गया है ?
4. हिंदी दिवस आयोजन से क्या तात्पर्य है ? किन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए इस दिन का आयोजन किया जाता है ?
5. हिंदी मतलब देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी जबकि मोबाइल  से अधिकांश लोग हिंदी टाइपिंग रोमन स्क्रिप्ट का उपयोग करते हैं । इस दिशा में क्रमशः देवनागरी लिपि के लुप्त होने की प्रक्रिया पर प्रौद्योगिकी और देवनागरी की बोर्ड विशेषज्ञ क्या प्रयास कर रहे हैं ?
6. सरकारी कार्यालयों,बैंकों, उपक्रमों में पदस्थ हिंदी अधिकारी या राजभाषा अधिकारियों को उनके सेवाकाल में क्या राजभाषा कार्यान्वयन या हिंदी प्रचार - प्रसार का प्रशिक्षण दिया जाता है ?
7. क्या किसी गैर सरकारी राजभाषा विशेषज्ञ द्वारा राजभाषा कार्यान्वयन की लेखा परीक्षा (आडिट) किया जाता है ?

उक्त कुछ मुद्दे हैं जो सरकारी कार्यालयों में राजभाषा के प्रचार - प्रसार और विस्तार के लिए अहम भूमिका निभाने की क्षमता रखते हैं। क्या उक्त मदों पर कार्य या कार्रवाई हो रही है ? इसका स्पष्ट उत्तर अभी भी प्रतीक्षित है।

धीरेन्द्र सिंह



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