tag:blogger.com,1999:blog-2508924880954692731.post4289183851555708902..comments2023-09-05T01:24:48.097-07:00Comments on राजभाषा/Rajbhasha: हिंदी दिवस- अनजानी सी, अनचीन्ही सीधीरेन्द्र सिंहhttp://www.blogger.com/profile/12020246777509347843noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2508924880954692731.post-72019710489937344132010-08-18T03:21:35.925-07:002010-08-18T03:21:35.925-07:00शकील जी और संध्या जी की उक्त दोनों टिप्पणियॉ एक दू...शकील जी और संध्या जी की उक्त दोनों टिप्पणियॉ एक दूसरे के प्रश्नों की पूरक हैं। शकील जी का ईशारा अकर्मठ राजभाषा अधिकारियों की ओर है जबकि संध्या जी हिंदी दिवस की व्यापकता की ओर संकेत कर रही हैं। इन दोनों महत्वपूर्ण टिप्पणियों से यही राह निकलती हा कि कहीं न कहीं अधिक श्रम की आवश्यकता है,अधिक प्रचार की ज़रूरत है। यह कार्य न तो केवल विभिन्न कार्यालयों को राजभाषा विभाग तक सीमित है और ना ही किसी सीमाओं के तहत है। आवश्यकता हिंदी दिवस की सार्थकता को व्यापकतापूर्वक प्रतिपादित करने की है। उक्त दोनों टिप्पणीकार इसी मुहिम के प्रणेता हैं इसीलिए सत्य मार्मिक अभिव्यक्ति देकर हिंदी दिवस के आयाम को व्यापकता देने की कोशिश की है। यही तो चाहिए।धीरेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/12020246777509347843noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2508924880954692731.post-3266922656146435942010-08-18T02:21:13.482-07:002010-08-18T02:21:13.482-07:00इतने वर्षों के बाद हिंदी दिवस अब भी अनजानी सी, अनच...इतने वर्षों के बाद हिंदी दिवस अब भी अनजानी सी, अनचीन्ही सी है, आखिर क्यों ?<br /><br />इसी सवाल का जवाब तो सभी ढूंढ़ रहे हैं.sandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2508924880954692731.post-17642522683242360852010-08-17T23:26:50.775-07:002010-08-17T23:26:50.775-07:00राजभाषा अधिकारी आपके कथित कार्य तो करता है इसमें द...राजभाषा अधिकारी आपके कथित कार्य तो करता है इसमें दोराय नहीं पर क्या सभी करते हैं,यह यक्ष प्रश्न है। <br />शुभकामनाएंSartaj Mohd Shakeelhttps://www.blogger.com/profile/06534315474223295933noreply@blogger.com