tag:blogger.com,1999:blog-2508924880954692731.post180500927126640935..comments2023-09-05T01:24:48.097-07:00Comments on राजभाषा/Rajbhasha: वार्षिक कार्यक्रम 2011-12, नयी नज़र-नयी डगरधीरेन्द्र सिंहhttp://www.blogger.com/profile/12020246777509347843noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2508924880954692731.post-78799758978335043292013-10-21T11:27:50.199-07:002013-10-21T11:27:50.199-07:00"Sahsa Pani Ki Ek Boond Ke Liye" Waise H..."Sahsa Pani Ki Ek Boond Ke Liye" Waise Hi Aaj Hamari Rashtrabhasa Bhi Lupt Hoti Ja Rahi Hai.प्यार की बातhttp://www.myspicystories.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2508924880954692731.post-26639019162640064312011-04-27T04:19:59.095-07:002011-04-27T04:19:59.095-07:00मैं आपकी बात से पूर्णतः सहतम हूँ कि हरेक को अप्रैल...मैं आपकी बात से पूर्णतः सहतम हूँ कि हरेक को अप्रैल माह में वार्षिक कार्यक्रम की जिज्ञासा रहती है कि क्या होगा क्या कुछ नयापन और कोई ठोस कदम उठाया जाएगा.... बगैरा-बगैरा। लेकिन वर्षों के बाद कुछ नयापन देखने को मिला इतना सुंदर होमपेज बनाया है और उसमें विद्वानों के विचार देखकर और वार्षिक कार्यमक्रम पढ़कर बहुत अच्छा लगा। यह वास्तव में एक प्रभावी कदम है।Rangahttps://www.blogger.com/profile/13877245734472092315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2508924880954692731.post-66154011997856090312011-04-16T07:52:18.277-07:002011-04-16T07:52:18.277-07:00विदेशों में रह रहे छात्रों को हिंदी भाषा सिखाने के...विदेशों में रह रहे छात्रों को हिंदी भाषा सिखाने के लिए किन कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे, बदलते हिंदी के मानकों को सुलझाने का प्रयास करना, हिंदी किताबों में ही इन मानकों को लेकर विरोधाभास को समाप्त करना। वहाँ पर, छात्रों में व्याप्त भ्रम को दूर करने के लिए हिंदी की वर्तनी के मानकीकृत रूप को प्रचलित करने की आवश्यकता पर बल दिया जा रहा है। अतः वेबसाइट सबसे प्रभावी माध्यम है।डॉ. दलसिंगार यादवhttps://www.blogger.com/profile/07635372333889875566noreply@blogger.com